Tuesday, 16 August 2016
आई अब की साल दिवाली - Aayi Ab Ki Saal Diwali (Lata Mangeshkar, Haqeeqat)
02:13
Movie/Album: हकीकत (1964)
Music By: मदन मोहन
Lyrics By: कैफी आज़मी
Performed By: लता मंगेशकर
आई अब की साल दिवाली
मुंह पर अपने खून मले
चारों तरफ है घोर अंधेरा
घर में कैसे दीप जले
आई अब की साल दिवाली...
बालक तरसे फुलझड़ियों को, दीपों को दीवारें
माँ की गोदी सूनी सूनी, आँगन कैसे संवारे
राह में उनकी जाओ उजालों
बन में जिनकी शाम ढले
आई अब की साल दिवाली...
जिनके दम से जगमग जगमग करती थी ये रातें
चोरी चोरी हो जाती थी मन से मन की बातें
छोड़ चले वो घर में अमावस
ज्योति लेकर साथ चले
आई अब की साल दिवाली...
टप-टप टप-टप टपके आंसू, छलकी खाली थाली
जाने क्या क्या समझाती है आँखों की ये लाली
शोर मचा है आग लगी है
कटते हैं पर्वत पे गले
आई अब की साल दिवाली...
Music By: मदन मोहन
Lyrics By: कैफी आज़मी
Performed By: लता मंगेशकर
आई अब की साल दिवाली
मुंह पर अपने खून मले
चारों तरफ है घोर अंधेरा
घर में कैसे दीप जले
आई अब की साल दिवाली...
बालक तरसे फुलझड़ियों को, दीपों को दीवारें
माँ की गोदी सूनी सूनी, आँगन कैसे संवारे
राह में उनकी जाओ उजालों
बन में जिनकी शाम ढले
आई अब की साल दिवाली...
जिनके दम से जगमग जगमग करती थी ये रातें
चोरी चोरी हो जाती थी मन से मन की बातें
छोड़ चले वो घर में अमावस
ज्योति लेकर साथ चले
आई अब की साल दिवाली...
टप-टप टप-टप टपके आंसू, छलकी खाली थाली
जाने क्या क्या समझाती है आँखों की ये लाली
शोर मचा है आग लगी है
कटते हैं पर्वत पे गले
आई अब की साल दिवाली...
ये माना मेरी जाँ - Ye Maana Meri Jaan (Md.Rafi)
02:11
Movie/Album: हँसते ज़ख्म (1973)
Music By: मदन मोहन
Lyrics By: कैफ़ी आज़मी
Performed By: मो.रफ़ी
तौबा तौबा ये जवानी का गुरूर
इश्क के सामने फिर भी सर झुकाना ही पड़ा
कैसे कहते थे न आएँगे
मगर दिल ने इस तरह पुकारा
तुम्हें आना ही पड़ा
ये माना मेरी जाँ मोहब्बत सजा है
मज़ा इसमें इतना मगर किसलिए है
वो इक बेकरारी जो अब तक इधर थी
वो ही बेकरारी उधर किसलिए है
अभी तक तो इधर थी उधर किसलिए है
बहलना न जाने, बदलना न जाने
तमन्ना मचल के संभालना न जाने
करीब और आओ, कदम तो बढ़ाओ
झुका दूं न मैं सर तो, सर किसलिए है
ये माना मेरी जाँ...
नज़ारे भी देखे, इशारे भी देखे
कई खूबसूरत सहारे भी देखे
नाम क्या चीज़ है, इज्ज़त क्या है
सोने चांदी की हकीकत क्या है
लाख बहलाए कोई दौलत से
प्यार के सामने दौलत क्या है
जो मैखाने जा के, मैं सागर उठाऊं
तो फिर ये नशीली नज़र किसलिए है
ये माना मेरी जाँ...
तुम्हीं ने संवारा, तुम्हीं ने सजाया
मेरे सूने दिल को तुम्हीं ने बसाया
जिस चमन से भी तुम गुजार जाओ
हर कली पर निखार आ जाये
रूठो जाओ तो रूठ जाये खुदा
और जो हँस दो, बहार आ जाये
तुम्हारे कदम से है घर में उजाला
अगर तुम नहीं तो ये घर किसलिए है
ये माना मेरी जाँ...
Music By: मदन मोहन
Lyrics By: कैफ़ी आज़मी
Performed By: मो.रफ़ी
तौबा तौबा ये जवानी का गुरूर
इश्क के सामने फिर भी सर झुकाना ही पड़ा
कैसे कहते थे न आएँगे
मगर दिल ने इस तरह पुकारा
तुम्हें आना ही पड़ा
ये माना मेरी जाँ मोहब्बत सजा है
मज़ा इसमें इतना मगर किसलिए है
वो इक बेकरारी जो अब तक इधर थी
वो ही बेकरारी उधर किसलिए है
अभी तक तो इधर थी उधर किसलिए है
बहलना न जाने, बदलना न जाने
तमन्ना मचल के संभालना न जाने
करीब और आओ, कदम तो बढ़ाओ
झुका दूं न मैं सर तो, सर किसलिए है
ये माना मेरी जाँ...
नज़ारे भी देखे, इशारे भी देखे
कई खूबसूरत सहारे भी देखे
नाम क्या चीज़ है, इज्ज़त क्या है
सोने चांदी की हकीकत क्या है
लाख बहलाए कोई दौलत से
प्यार के सामने दौलत क्या है
जो मैखाने जा के, मैं सागर उठाऊं
तो फिर ये नशीली नज़र किसलिए है
ये माना मेरी जाँ...
तुम्हीं ने संवारा, तुम्हीं ने सजाया
मेरे सूने दिल को तुम्हीं ने बसाया
जिस चमन से भी तुम गुजार जाओ
हर कली पर निखार आ जाये
रूठो जाओ तो रूठ जाये खुदा
और जो हँस दो, बहार आ जाये
तुम्हारे कदम से है घर में उजाला
अगर तुम नहीं तो ये घर किसलिए है
ये माना मेरी जाँ...
आज सोचा तो आंसू भर आए - Aaj Socha To Aansoo Bhar Aaye (Lata Mangeshkar)
02:10
Movie/Album: हँसते ज़ख्म (1973)
Music By: मदन मोहन
Lyrics By: कैफी आज़मी
Performed By: लता मंगेशकर
आज सोचा तो आंसू भर आए
मुद्दतें हों गई मुस्कुराये
हर कदम पर उधर मुड़कर देखा
उनकी महफिल से हम उठ तो आए
आज सोचा तो आंसू...
रह गई ज़िन्दगी दर्द बन के
दर्द दिल में छुपाये छुपाये
आज सोचा तो आंसू...
दिल की नाज़ुक रगें टूटती हैं
याद इतना भी कोई न आए
आज सोचा तो आंसू...
Music By: मदन मोहन
Lyrics By: कैफी आज़मी
Performed By: लता मंगेशकर
आज सोचा तो आंसू भर आए
मुद्दतें हों गई मुस्कुराये
हर कदम पर उधर मुड़कर देखा
उनकी महफिल से हम उठ तो आए
आज सोचा तो आंसू...
रह गई ज़िन्दगी दर्द बन के
दर्द दिल में छुपाये छुपाये
आज सोचा तो आंसू...
दिल की नाज़ुक रगें टूटती हैं
याद इतना भी कोई न आए
आज सोचा तो आंसू...
एक तू ना मिला - Ek Tu Na Mila (Lata Mangeshkar)
02:08
Movie/Album: हिमालय की गोद में (1965)
Music By: कल्याणजी-आनंदजी
Lyrics By: इन्दीवर
Performed By: लता मंगेशकर
एक तू ना मिला
सारी दुनिया मिले भी तो क्या है
मेरा दिल ना खिला
सारी बगिया खिले भी तो क्या है
धरती हूँ मैं और तू है गगन
होगा कहाँ तेरा मेरा मिलन
लाख पहरे यहाँ
प्यार दिल में पले भी तो क्या हैं
एक तू ना मिला...
तक़दीर की मैं कोई भूल हूँ
डाली से बिछड़ा हुआ फूल हूँ
साथ तेरा नहीं
संग दुनिया चले भी तो क्या है
एक तू ना मिला...
तुझसे लिपटकर जो रो लेते हम
आँसू नहीं थे ये मोती से कम
तेरा दामन नहीं
ये आँसू ढले भी तो क्या है
एक तू ना मिला...
Music By: कल्याणजी-आनंदजी
Lyrics By: इन्दीवर
Performed By: लता मंगेशकर
एक तू ना मिला
सारी दुनिया मिले भी तो क्या है
मेरा दिल ना खिला
सारी बगिया खिले भी तो क्या है
धरती हूँ मैं और तू है गगन
होगा कहाँ तेरा मेरा मिलन
लाख पहरे यहाँ
प्यार दिल में पले भी तो क्या हैं
एक तू ना मिला...
तक़दीर की मैं कोई भूल हूँ
डाली से बिछड़ा हुआ फूल हूँ
साथ तेरा नहीं
संग दुनिया चले भी तो क्या है
एक तू ना मिला...
तुझसे लिपटकर जो रो लेते हम
आँसू नहीं थे ये मोती से कम
तेरा दामन नहीं
ये आँसू ढले भी तो क्या है
एक तू ना मिला...
छुप गये सारे नज़ारे - Chhup Gaye Saare Nazaare (Md.Rafi, Lata Mangeshkar)
02:07
Movie/Album: दो रास्ते (1969)
Music By: लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल
Lyrics By: आनंद बक्षी
Performed By: मो.रफ़ी, लता मंगेशकर
छुप गये सारे नज़ारे, ओये क्या बात हो गयी
तूने काजल लगाया, दिन में रात हो गई
मिल गये नैना से नैना, ओये क्या बात हो गयी
दिल ने दिल को पुकारा, मुलाक़ात हो गयी
कल नहीं आना, मुझे ना बुलाना
कि मारेगा ताना ज़माना
तेरे होठों पे रात ये बहाना था
गोरी तुझको तो आज नहीं आना था
तू चली आई दुहाई, ओये क्या बात हो गयी
मैंने छोड़ा ज़माना, तेरे साथ हो गयी
तूने काजल लगाया...
अम्बवा की डाली पे गाए मतवाली
कोयलिया काली निराली
सावन आने का कुछ मतलब होगा
बादल छाने का कोई सबब होगा
रिमझिम छाए घटाएँ, ओये क्या बात हो गयी
तेरी चुनरी लहराई, बरसात हो गयी
दिल ने दिल को...
छोड़ ना बैयाँ, पडूँ तेरे पईयां
तारों की छैय्याँ में सईयाँ
इक वो दिन था मिलाती ना थी तू अँखियाँ
इक ये दिन तू जागे सारी-सारी रतियाँ
बन गयी गोरी चकोरी, ओये क्या बात हो गयी
जिसका डर था बेदर्दी, वही बात हो गयी
छुप गये सारे नज़ारे...
Music By: लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल
Lyrics By: आनंद बक्षी
Performed By: मो.रफ़ी, लता मंगेशकर
छुप गये सारे नज़ारे, ओये क्या बात हो गयी
तूने काजल लगाया, दिन में रात हो गई
मिल गये नैना से नैना, ओये क्या बात हो गयी
दिल ने दिल को पुकारा, मुलाक़ात हो गयी
कल नहीं आना, मुझे ना बुलाना
कि मारेगा ताना ज़माना
तेरे होठों पे रात ये बहाना था
गोरी तुझको तो आज नहीं आना था
तू चली आई दुहाई, ओये क्या बात हो गयी
मैंने छोड़ा ज़माना, तेरे साथ हो गयी
तूने काजल लगाया...
अम्बवा की डाली पे गाए मतवाली
कोयलिया काली निराली
सावन आने का कुछ मतलब होगा
बादल छाने का कोई सबब होगा
रिमझिम छाए घटाएँ, ओये क्या बात हो गयी
तेरी चुनरी लहराई, बरसात हो गयी
दिल ने दिल को...
छोड़ ना बैयाँ, पडूँ तेरे पईयां
तारों की छैय्याँ में सईयाँ
इक वो दिन था मिलाती ना थी तू अँखियाँ
इक ये दिन तू जागे सारी-सारी रतियाँ
बन गयी गोरी चकोरी, ओये क्या बात हो गयी
जिसका डर था बेदर्दी, वही बात हो गयी
छुप गये सारे नज़ारे...
ये रेशमी ज़ुल्फें - Ye Reshmi Zulfein (Md.Rafi)
02:05
Movie/Album: दो रास्ते (1969)
Music By: लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल
Lyrics By: आनंद बक्षी
Performed By: मो.रफ़ी
ये रेशमी ज़ुल्फें, ये शरबती आँखे
इन्हें देखकर जी रहे हैं सभी
जो ये आँखे शरम से झुक जाएँगी
सारी बातें यहीं बस रुक जाएँगी
चुप रहना ये अफ़साना
कोई इनको ना बतलाना
के इन्हें देखकर पी रहे हैं सभी
ये रेशमी ज़ुल्फें...
जुल्फें मगरूर इतनी हो जाएँगी
दिल को तड़पाएँगी, जी को तरसाएंगी
ये कर देंगी दीवाना
कोई इनको ना बतलाना
के इन्हें देखकर जी रहे हैं सभी
ये रेशमी ज़ुल्फें...
सारे इनकी शिकायत करते हैं
फिर भी इनसे मोहब्बत करते हैं
ये क्या जादू है जाने
फिर चाक गिरे वा दीवाने
इन्हें देख कर सी रहे हैं सभी
ये रेशमी जुल्फें...
Music By: लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल
Lyrics By: आनंद बक्षी
Performed By: मो.रफ़ी
ये रेशमी ज़ुल्फें, ये शरबती आँखे
इन्हें देखकर जी रहे हैं सभी
जो ये आँखे शरम से झुक जाएँगी
सारी बातें यहीं बस रुक जाएँगी
चुप रहना ये अफ़साना
कोई इनको ना बतलाना
के इन्हें देखकर पी रहे हैं सभी
ये रेशमी ज़ुल्फें...
जुल्फें मगरूर इतनी हो जाएँगी
दिल को तड़पाएँगी, जी को तरसाएंगी
ये कर देंगी दीवाना
कोई इनको ना बतलाना
के इन्हें देखकर जी रहे हैं सभी
ये रेशमी ज़ुल्फें...
सारे इनकी शिकायत करते हैं
फिर भी इनसे मोहब्बत करते हैं
ये क्या जादू है जाने
फिर चाक गिरे वा दीवाने
इन्हें देख कर सी रहे हैं सभी
ये रेशमी जुल्फें...
बिंदिया चमकेगी - Bindiya Chamkegi (Lata Mangeshkar)
02:04
Movie/Album: दो रास्ते (1969)
Music By: लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल
Lyrics By: आनंद बक्षी
Performed By: लता मंगेशकर
बिंदिया चमकेगी, चूड़ी खनकेगी
तेरी नींद उड़े ते उड़ जाए
कजरा बहकेगा, गजरा महकेगा
माही रूस जाए ते रूस जाए
बिंदिया चमकेगी...
मैंने माना, हुआ तू दीवाना, जुलम तेरे साथ हुआ
मैं कहाँ ले जाऊं अपनी लौंग का लश्कारा
इस लश्कारे से, आके द्वारे से
चल मुड़ जाए ते मुड़ जाए
बिंदिया चमकेगी..
बोले कंगना, किसी का ओ सजना, जवानी पे ज़ोर नहीं
लाख मना कर ले दुनिया, कहते हैं मेरे घुँघरू
पायल बाजेगी, गोरी नाचेगी
छत टूट-दी ये ते टूट जाए
बिंदिया चमकेगी...
मैंने तुझसे, मुहब्बत की है, गुलामी नहीं की बलमा
दिल किसी का टूटे, चाहे कोई मुझसे रूठे
मैं तो खेलूँगी, मैं तो छेड़ूँगी
यारी टूट-दी ये ते टूट जाए
बिंदिया चमकेगी...
मेरे आँगन, बारात ले के साजन, तू जिस रात आएगा
मैं ना बैठूँगी डोली में, मैं कह दूँगी बाबुल से
मैं ना जाऊंगी, मैं ना जाऊंगी
गड्डी टूर-दी ये ते टूर जाए
बिंदिया चमकेगी...
Music By: लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल
Lyrics By: आनंद बक्षी
Performed By: लता मंगेशकर
बिंदिया चमकेगी, चूड़ी खनकेगी
तेरी नींद उड़े ते उड़ जाए
कजरा बहकेगा, गजरा महकेगा
माही रूस जाए ते रूस जाए
बिंदिया चमकेगी...
मैंने माना, हुआ तू दीवाना, जुलम तेरे साथ हुआ
मैं कहाँ ले जाऊं अपनी लौंग का लश्कारा
इस लश्कारे से, आके द्वारे से
चल मुड़ जाए ते मुड़ जाए
बिंदिया चमकेगी..
बोले कंगना, किसी का ओ सजना, जवानी पे ज़ोर नहीं
लाख मना कर ले दुनिया, कहते हैं मेरे घुँघरू
पायल बाजेगी, गोरी नाचेगी
छत टूट-दी ये ते टूट जाए
बिंदिया चमकेगी...
मैंने तुझसे, मुहब्बत की है, गुलामी नहीं की बलमा
दिल किसी का टूटे, चाहे कोई मुझसे रूठे
मैं तो खेलूँगी, मैं तो छेड़ूँगी
यारी टूट-दी ये ते टूट जाए
बिंदिया चमकेगी...
मेरे आँगन, बारात ले के साजन, तू जिस रात आएगा
मैं ना बैठूँगी डोली में, मैं कह दूँगी बाबुल से
मैं ना जाऊंगी, मैं ना जाऊंगी
गड्डी टूर-दी ये ते टूर जाए
बिंदिया चमकेगी...
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