Movie/Album: एक ही रास्ता (1956)
Music By: हेमंत कुमार
Lyrics By: मजरूह सुल्तानपुरी
Performed By: हेमंत कुमार
चली गोरी पी से मिलन को चली
नैना बाँवरिया, मन में साँवरिया
डार के कजरा, लट बिखरा के
ढलते दिन को रात बना के
कँगना खनकाती, बिंदिया चमकाती
छम-छम डोले सजना की गली
चली गोरी पी से मिलन...
कोमल तन है, सौ बल खाया
हो गई बैरन अपनी ही छाया
घूँघट खोले ना, मुख से बोले ना
राह चलत सम्भली सम्भली
चली गोरी पी से मिलन...
1956
,
C
,
Ek Hi Raasta
,
Hemant Kumar
,
Majrooh Sultanpuri
,
Romantic Songs
Music By: हेमंत कुमार
Lyrics By: मजरूह सुल्तानपुरी
Performed By: हेमंत कुमार
चली गोरी पी से मिलन को चली
नैना बाँवरिया, मन में साँवरिया
डार के कजरा, लट बिखरा के
ढलते दिन को रात बना के
कँगना खनकाती, बिंदिया चमकाती
छम-छम डोले सजना की गली
चली गोरी पी से मिलन...
कोमल तन है, सौ बल खाया
हो गई बैरन अपनी ही छाया
घूँघट खोले ना, मुख से बोले ना
राह चलत सम्भली सम्भली
चली गोरी पी से मिलन...
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