Movie/Album: जॉनी मेरा नाम (1970)
Music By: कल्याणजी-आनंदजी
Lyrics By: इन्दीवर
Performed By: आशा भोंसले, किशोर कुमार
ओ मेरे राजा
खफा ना होना
देर से आई, दूर से आई
मजबूरी थी फिर भी मैंने
वादा तो निभाया, वादा तो निभाया
ओ मेरी रानी
समझ गया मैं
वही पुराना, तेरा बहाना
देर से आना और ये कहना
वादा तो निभाया, वादा तो निभाया
इंतज़ार के इक इक पल का बदला लूँगा
<ऐसा भी क्या>
ये ना समझना आज भी ऐसे जाने दूँगा
<ऐसा भी क्या>
कितना सताया पहले उसका हिसाब दो
अँखियों में अँखियाँ डाल के जवाब दो
बचते बचाती, छुपते छुपाती
तुम क्या जानो कैसे आई
वादा तो निभाया...
बाहों के इन ज़ंजीरों में यूँ ना जकड़ो
<हम जकड़ेंगे>
मुड़ जाएगी मेरी कलाई हाथ ना पकड़ो
<हम पकड़ेंगे>
छोड़ो ना <नहीं>
छोड़ो ना
ऐसे तो नाज़ुक नहीं हाथ सरकार के
मौके भी कभी कभी मिलते हैं प्यार के
प्यार अभी तो, नया-नया है
मेरी वफ़ा की कदर करो की
वादा तो निभाया...
कहो ये गालों के अंगारे किसके लिए हैं
<अजी तुम्हारे>
होंठों पे ये शहद के धारे किस के लिए हैं, बोलो बोलो
<अजी तुम्हारे>
शर्म कहाँ की आओ गले लग जाओ जी
कब से खड़ा हूँ प्यासा, प्यास बुझाओ जी
हट जाओ जी
बुझाओ जी
बदनामी से डर लगता है
ये तो सोचो किस मुश्किल से
वादा तो निभाया...
1970
,
Asha Bhonsle
,
Asha Bhosle
,
Indeevar
,
Indeewar
,
Indivar
,
Indiver
,
Johny Mera Naam
,
Kalyanji Anandji
,
Kishore Kumar
,
O
,
Romantic Songs
Music By: कल्याणजी-आनंदजी
Lyrics By: इन्दीवर
Performed By: आशा भोंसले, किशोर कुमार
ओ मेरे राजा
खफा ना होना
देर से आई, दूर से आई
मजबूरी थी फिर भी मैंने
वादा तो निभाया, वादा तो निभाया
ओ मेरी रानी
समझ गया मैं
वही पुराना, तेरा बहाना
देर से आना और ये कहना
वादा तो निभाया, वादा तो निभाया
इंतज़ार के इक इक पल का बदला लूँगा
<ऐसा भी क्या>
ये ना समझना आज भी ऐसे जाने दूँगा
<ऐसा भी क्या>
कितना सताया पहले उसका हिसाब दो
अँखियों में अँखियाँ डाल के जवाब दो
बचते बचाती, छुपते छुपाती
तुम क्या जानो कैसे आई
वादा तो निभाया...
बाहों के इन ज़ंजीरों में यूँ ना जकड़ो
<हम जकड़ेंगे>
मुड़ जाएगी मेरी कलाई हाथ ना पकड़ो
<हम पकड़ेंगे>
छोड़ो ना <नहीं>
छोड़ो ना
ऐसे तो नाज़ुक नहीं हाथ सरकार के
मौके भी कभी कभी मिलते हैं प्यार के
प्यार अभी तो, नया-नया है
मेरी वफ़ा की कदर करो की
वादा तो निभाया...
कहो ये गालों के अंगारे किसके लिए हैं
<अजी तुम्हारे>
होंठों पे ये शहद के धारे किस के लिए हैं, बोलो बोलो
<अजी तुम्हारे>
शर्म कहाँ की आओ गले लग जाओ जी
कब से खड़ा हूँ प्यासा, प्यास बुझाओ जी
हट जाओ जी
बुझाओ जी
बदनामी से डर लगता है
ये तो सोचो किस मुश्किल से
वादा तो निभाया...
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