Movie/Album: जोड़ी ब्रेकर्स (2012)
Music By: सलीम-सुलैमान
Lyrics By: इरशाद क़ामिल
Performed By: शफ्कत अमानत अली खान, क्लिंटन सेरेजो
लफ़्ज़ों से जो था परे
खालीपन को जो भरे
कुछ तो था तेरे मेरे
दरमियाँ
रिश्ते को क्या मोड़ दूं
नाता ये अब तोड़ दूं
या फ़िर यूँ ही छोड़ दूं
दरमियाँ
बेनाम रिश्ता वो
बेचैन करता जो
हो ना सके जो बयां
दरमियाँ
कुछ तो था तेरे मेरे
दरमियाँ
आँखों में तेरे साये
चाहूँ तो हो ना पाए
यादों से तेरी फासला
जा के भी तु ना जाये
ठहरी तू दिल में हाय
हसरत सी बन के क्यूँ भला
क्यूँ याद करता हूँ
मिटता हूँ, बनता हूँ
मुझको तू लायी ये कहाँ
बेनाम रिश्ता...
दरमियाँ...
चलते थे जिनपे हम-तुम
रास्ते वो सारे हैं गुम
अब ढूँढूँ कैसे मंजिलें
रातें हैं जैसे मातम
आते हैं दिन भी गुमसुम
रूठी हैं सारी महफ़िलें
इतना सताओ ना
यूँ याद आओ आना
बन जाये आँसू ही जुबां
बेनाम रिश्ता...
दरमियाँ...
2012
,
Clinton Cerejo
,
D
,
Irshad Kamil
,
Jodi Breakers
,
L
,
Romantic Songs
,
Shafqat Amanat Ali Khan
Music By: सलीम-सुलैमान
Lyrics By: इरशाद क़ामिल
Performed By: शफ्कत अमानत अली खान, क्लिंटन सेरेजो
लफ़्ज़ों से जो था परे
खालीपन को जो भरे
कुछ तो था तेरे मेरे
दरमियाँ
रिश्ते को क्या मोड़ दूं
नाता ये अब तोड़ दूं
या फ़िर यूँ ही छोड़ दूं
दरमियाँ
बेनाम रिश्ता वो
बेचैन करता जो
हो ना सके जो बयां
दरमियाँ
कुछ तो था तेरे मेरे
दरमियाँ
आँखों में तेरे साये
चाहूँ तो हो ना पाए
यादों से तेरी फासला
जा के भी तु ना जाये
ठहरी तू दिल में हाय
हसरत सी बन के क्यूँ भला
क्यूँ याद करता हूँ
मिटता हूँ, बनता हूँ
मुझको तू लायी ये कहाँ
बेनाम रिश्ता...
दरमियाँ...
चलते थे जिनपे हम-तुम
रास्ते वो सारे हैं गुम
अब ढूँढूँ कैसे मंजिलें
रातें हैं जैसे मातम
आते हैं दिन भी गुमसुम
रूठी हैं सारी महफ़िलें
इतना सताओ ना
यूँ याद आओ आना
बन जाये आँसू ही जुबां
बेनाम रिश्ता...
दरमियाँ...
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